Thursday 30 January 2014

तीन बाते :- *.तीन चीजों में मन लगाने से उन्नति होती है - ईश्वर, परिश्रम और विद्या। *.तीन चीजों को कभी छोटी ना समझे - बीमारी, कर्जा, शत्रु। *.तीनों चीजों को हमेशा वश में रखो - मन, काम और लोभ। *.तीन चीज़ें निकलने पर वापिस नहीं आती - तीर कमान से, बात जुबान से और प्राण शरीर से। *.तीन चीज़ें कमज़ोर बना देती है - बदचलनी, क्रोध और लालच। *.तीन चीज़े असल उद्धेश्य से रोकता हैं - बदचलनी, क्रोध और लालच। *.तीन चीज़ें कोई चुरा नहीं सकता - अकल, चरित्र, हुनर। *.तीन व्यक्ति वक़्त पर पहचाने जाते हैं - स्त्री, भाई, दोस्त। *.तीनों व्यक्ति का सम्मान करो - माता, पिता और गुरु। *.तीनों व्यक्ति पर सदा दया करो - बालक, भूखे और पागल। *.तीन चीज़े कभी नहीं भूलनी चाहिए - कर्ज़, मर्ज़ और फर्ज़। *.तीन बातें कभी मत भूलें - उपकार, उपदेश और उदारता। *.तीन चीज़े याद रखना ज़रुरी हैं - सच्चाई, कर्तव्य और मृत्यु। *.तीन बातें चरित्र को गिरा देती हैं - चोरी, निंदा और झूठ। *.तीन चीज़ें हमेशा दिल में रखनी चाहिए - नम्रता, दया और माफ़ी। *.तीन चीज़ों पर कब्ज़ा करो - ज़बान, आदत और गुस्सा। *.तीन चीज़ों से दूर भागो - आलस्य, खुशामद और बकवास। *.तीन चीज़ों के लिए मर मिटो - धेर्य, देश और मित्र। *.तीन चीज़ें इंसान की अपनी होती हैं - रूप, भाग्य और स्वभाव। *.तीन चीजों पर अभिमान मत करो – ताकत,सुन्दरता, यौवन। *.तीन चीज़ें अगर चली गयी तो कभी वापस नहीं आती - समय, शब्द और अवसर। *.तीन चीज़ें इन्सान कभी नहीं खो सकता - शान्ति, आशा और ईमानदारी। *.तीन चीज़ें जो सबसे अमूल्य है - प्यार, आत्मविश्वास और सच्चा मित्र। *.तीन चीजे जो कभी निश्चित नहीं होती - सपनें, सफलता और भाग्य। *.तीन चीजें, जो जीवन को संवारती है - कड़ी मेहनत, निष्ठा और त्याग। *.तीन चीज़ें किसी भी इन्सान को बरबाद कर सकती है - शराब, घमन्ड और क्रोध। *.तीन चीजों से बचने की कोशिश करनी चाहिये – बुरी संगत, स्वार्थ और निन्दा। *.कोई भी कार्य करने से पहले – सोचो, समझो, फिर करो।


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