Friday 3 July 2015

भारतीय पुलिस में क्लास वन ऑफिसर बनने के लिए IPS (इंडियन पुलिस सर्विसेज़) एग्जाम क्लियर करना होता है. UPSC (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) हर साल इस एग्जाम को कंडक्ट करती है. हर साल 3,50,000 से ज्यादा उम्मीदवार इस एग्जाम में बैठते हैं, लेकिन सिर्फ 200 लोगों का ही फाइनल सेलेक्शन होता है. इसलिए अगर आप IPS बनना चाहते हैं तो कड़ी मेहनत के लिए तैयार हो जाइए. शैक्षिक योग्यता और उम्र सीमा भारत / नेपाल / भूटान के ग्रेजुएट उम्मीदवार IPS एग्जाम में बैठ सकते हैं. उम्मीदवार की उम्र 21-30 साल के बीच होती चाहिए. एससी / एसटी श्रेणी के उम्मीदवारों को पांच साल की छूट दी जाती है. शारीरिक योग्यता लंबाई:पुरुष उम्मीदवार की लंबाई कम से कम 165 सेंटीमीर होनी चाहिए. 160 सेंटीमीटर के SC/OBC उम्मीदवार भी एप्लाई कर सकते हैं. वहीं महिला उम्मीदवारों की लंबाई 150 सेंटीमीटर होनी चाहिए. 145 सेंटीमीटर की SC/OBC महिला उम्मीदवार भी एप्लाई कर सकती हैं. चेस्ट:पुरुषों के लिए कम से कम 84 सेंटीमीटर. महिलाओं के लिए कम से कम 79 सेंटीमीटर. आई साइट:स्वस्थ आंखों का विज़न 6/6 या 6/9 होना चाहिए. कमजोर आंखों का विज़न 6/12 or 6/9 होना चाहिए. एग्जाम 1.IPS एग्जाम के दो चरण हैं. पहले चरण में प्रिलिमनेरी एग्जाम (प्रिलिम्स) होता है. प्रिलिम्स में दो पेपर होते हैं- जनरल स्टडीज और एक ऑप्शनल सब्जेक्ट. इसमें ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जाते हैं. इस एग्जाम में सफल होने वाले उम्मीदवारों का चयन दूसरे चरण यानी कि मेन एग्जाम के लिए होता है. हालांकि फाइनल रिजल्ट तैयार करते वक्त प्रिलिम्स के नंबर नहीं जुड़ते हैं. 2.प्रिलिम्स क्लियर करने वाले उम्मीदवारों को मेन एग्जाम में बैठना होता है. इस एग्जाम के लिए कई विषयों की एक लिस्ट होती है, जिसमें से दो सब्जेक्ट अनिवार्य और दो वैकल्पिक होते हैं. उम्मीदवार कोई भी ऑप्शनल सब्जेक्ट चुन सकते हैं. इस एग्जाम में उम्मीदवारों को कॉम्प्रिहेन्सिव जवाब देने होते हैं. 3.मेन एग्जाम क्लियर करने के बाद उम्मीदवारों को पर्सनल इंटरव्यू राउंड के लिए बुलाया जाता है. यह इंटरव्यू लगभग 45 मिनट का होता है. उम्मीदवार का इंटरव्यू एक पैनल के सामने होता है. 4.इंटरव्यू के बाद मेन एग्जाम और इंटरव्यू के नंबरों को जोड़कर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है. UPSC एग्जाम क्लियर करने के अलावा स्टेट PSC एग्जाम पास करके भी IPS ऑफिसर बना जा सकता है. स्टेट लेवल का एग्जाम पास करने के बाद SP बनने में आठ से 10 साल का समय लगता है. ट्रेनिंग चयनित उम्मीदवारों को एक साल की ट्रेनिंग के लिए पहले मसूरी और फिर हैदराबाद भेजा जाता है. भावी पुलिस अधिकारियों को भारतीय दंड संहिता, स्पेशल लॉ और क्रिमिनोलॉजी की ट्रेनिंग दी जाती है. ऑफिसर्स को फिजिकल ट्रेनिंग भी दी जाती है.


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